Menu
blogid : 7956 postid : 86

प्यार तू कहाँ है

सबकुछ-प्यार से
सबकुछ-प्यार से
  • 32 Posts
  • 33 Comments

where_is_the_love___by_gaurav_pratap_singh-d4mkdsg

हम कहते है , प्यार तो दिल से होता है
फिर क्यों नहीं ये एक भिकारी से नहीं होता .

हमेसा खुद से बेहतर से ही प्यार क्यों होता है
ये सब प्यार नहीं बस एक आकर्षण है .

जब प्यार हासिल नहीं होता तो क्यों रोते हो
खुदा को भी पता है तुम भी इतने प्यारे नहीं हो.

मेरा प्यार सच्चा है गर वो तुम्हारी हां का मोहताज नहीं
इतनी हसीन यादे है जन्नत की तमन्ना भी नहीं अब.

कहाँ कहाँ खोजते हो इसे जुल्फों में आँखों में ओठो में
ये तो हर जगह है जहाँ भी कोई तुम्हारा फिकरमंद है.

भूपेंद्र सिंह नेगी
साहिबाबाद , गाज़ियाबाद

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply